12 जून को हुए एयर इंडिया हादसे की जांच में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से पायलटों के बीच आखिरी बातचीत सामने आई है। रिकॉर्डिंग में एक पायलट ने स्पष्ट कहा, “मैंने इंजन ऑफ नहीं किया,” जिससे तकनीकी खराबी की आशंका गहरी हुई है। हादसे के समय विमान में 178 यात्री और क्रू सवार थे, लेकिन पायलटों की सूझबूझ से सभी सुरक्षित रहे। डीजीसीए और एयर इंडिया हादसे की विस्तृत जांच कर रहे हैं और विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से भविष्य में सुरक्षा मानकों को और मजबूत किया जाएगा।
कॉकपिट रिकॉर्डिंग से खुलासा, हादसे से पहले पायलटों में तनाव
12 जून को हुए एयर इंडिया विमान हादसे की जांच में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से पायलटों के बीच आखिरी बातचीत का ऑडियो सामने आया है। रिकॉर्डिंग में साफ तौर पर पायलटों के बीच तनाव और तकनीकी गड़बड़ी के समय लिए गए फैसलों की झलक मिलती है। सूत्रों के अनुसार, हादसे के ठीक पहले एक पायलट ने स्पष्ट कहा, “मैंने इंजन ऑफ नहीं किया,” जिससे तकनीकी खराबी की आशंका और गहरी हो गई है।
Best all rounder phone- Moto का 20,000 से कम में शानदार फीचर्स वाला ऑलराउंडर स्मार्टफोन!
तकनीकी खराबी या मानवीय भूल, जांच जारी
इस हादसे के समय विमान में 178 यात्री और क्रू सवार थे। प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि इंजन फेल्योर की स्थिति अचानक बनी, लेकिन पायलटों ने आपातकालीन प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विमान को सुरक्षित लैंड कराने की कोशिश की। डीजीसीए और एयर इंडिया की संयुक्त टीम हादसे की विस्तृत जांच में जुटी है। ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर के विश्लेषण से और भी अहम तथ्य सामने आने की उम्मीद है।
Indore Z-shaped bridge – भोपाल के बाद अब इंदौर का Z आकार का पुल, MP के गजब पुल ?
यात्रियों की सुरक्षा में पायलटों की सूझबूझ
हादसे के दौरान पायलटों की सूझबूझ और त्वरित निर्णय के चलते सभी 178 यात्री और क्रू सुरक्षित रहे। एयर इंडिया प्रबंधन ने पायलटों की त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना की है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से भविष्य में विमानन सुरक्षा मानकों को और मजबूत किया जा सकेगा।