ओडिशा के बालासोर जिले में एक कॉलेज छात्रा ने यौन उत्पीड़न के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। छात्रा का आरोप था कि कॉलेज परिसर में उसके साथ यौन हिंसा की गई, जिसके बाद उसने प्रशासन और पुलिस से न्याय की गुहार लगाई। छात्रा ने कई बार कॉलेज प्रशासन से मदद मांगी, लेकिन उसकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया गया। पुलिस के पास भी मामला पहुंचा, लेकिन कार्रवाई में लगातार देरी होती रही।
प्रशासनिक लापरवाही से छात्रा में बढ़ी निराशा
छात्रा के परिवार ने बताया कि प्रशासन और पुलिस की निष्क्रियता से छात्रा मानसिक रूप से बेहद परेशान थी। उसे बार-बार थाने और कॉलेज के चक्कर लगाने पड़े, लेकिन कहीं से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। कॉलेज प्रशासन ने भी मामले को दबाने की कोशिश की, जिससे छात्रा का भरोसा तंत्र से उठ गया। लगातार अनदेखी और न्याय न मिलने से छात्रा की मानसिक स्थिति और बिगड़ गई।
आत्मदाह की कोशिश से मचा हड़कंप
न्याय न मिलने से हताश होकर छात्रा ने कॉलेज परिसर के पास खुद को आग लगा ली। घटना के तुरंत बाद आसपास मौजूद लोगों ने आग बुझाई और छात्रा को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों के अनुसार, छात्रा की स्थिति नाजुक बनी हुई है और उसे विशेष निगरानी में रखा गया है। इस घटना के बाद कॉलेज और स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
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पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और छात्रा के बयान के आधार पर यौन हिंसा के आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। प्रशासन ने भी जांच कमेटी गठित कर दी है और कॉलेज प्रबंधन से जवाब-तलब किया गया है। राज्य महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया है और पीड़िता को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है।
सामाजिक संगठनों और आम लोगों में आक्रोश
इस घटना के बाद बालासोर समेत पूरे ओडिशा में आक्रोश फैल गया है। सामाजिक संगठनों और छात्र संगठनों ने प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग छात्रा को न्याय दिलाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।