भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हाल ही में उन्होंने महाराष्ट्र के दो दिग्गज नेताओं—उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे—को खुली चुनौती दी है। निरहुआ ने साफ शब्दों में कहा कि उन्हें मराठी भाषा नहीं आती, वे हमेशा भोजपुरी ही बोलते हैं। उन्होंने ठाकरे बंधुओं को ललकारते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो उन्हें महाराष्ट्र से निकालकर दिखाएं।
Bhojpuri actor- राजनीति में निरहुआ की पहचान और सफर
दिनेश लाल यादव, जिन्हें लोग प्यार से ‘निरहुआ’ के नाम से जानते हैं, भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सबसे चर्चित चेहरों में से एक हैं। अभिनय और गायकी के साथ-साथ उन्होंने राजनीति में भी अपनी मजबूत पहचान बनाई है। 2019 में बीजेपी जॉइन करने के बाद उन्होंने आजमगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, हालांकि उस वक्त उन्हें जीत नहीं मिली थी। लेकिन 2022 के उपचुनाव में उन्होंने समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता धर्मेंद्र यादव को हराकर संसद में अपनी जगह बनाई। इस जीत के बाद निरहुआ की राजनीतिक सक्रियता और लोकप्रियता दोनों में इजाफा हुआ है।
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ठाकरे परिवार पर सीधा हमला
Bhojpuri actor- निरहुआ के ताजा बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे, दोनों ही मराठी अस्मिता और क्षेत्रीय पहचान के बड़े पैरोकार माने जाते हैं। निरहुआ ने कहा कि वे न तो मराठी जानते हैं और न ही सीखना चाहते हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे जहां भी जाएंगे, भोजपुरी ही बोलेंगे। उनके इस बयान को उत्तर भारतीयों के हक और पहचान से जोड़कर देखा जा रहा है। निरहुआ ने ठाकरे बंधुओं को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें दम है, तो उन्हें महाराष्ट्र से बाहर निकालकर दिखाएं।
भोजपुरी समाज और उत्तर भारतीयों की आवाज
महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में उत्तर भारतीय रहते हैं, जिनमें भोजपुरी भाषी लोगों की तादाद खास तौर पर अधिक है। निरहुआ का यह बयान न सिर्फ व्यक्तिगत प्रतिक्रिया है, बल्कि एक बड़े समाज की भावनाओं का भी प्रतिनिधित्व करता है। उत्तर भारतीयों को अक्सर महाराष्ट्र में भाषा और क्षेत्रीयता के नाम पर भेदभाव का सामना करना पड़ता है। निरहुआ ने अपने बयान के जरिए इस मुद्दे को फिर से राष्ट्रीय चर्चा में ला दिया है।
फिल्मी दुनिया से संसद तक का सफर
दिनेश लाल यादव का जन्म उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के एक छोटे से गांव टंडवा में हुआ था। वे न सिर्फ एक सफल अभिनेता और गायक हैं, बल्कि टेलीविजन के भी लोकप्रिय चेहरे रहे हैं। ‘बिग बॉस’ जैसे रियलिटी शो में उनकी मौजूदगी ने उन्हें देशभर में पहचान दिलाई। यूपी सरकार ने उन्हें ‘यश भारती’ जैसे प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा है। निरहुआ की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को एक नई पहचान दी और अब राजनीति में भी वे अपनी अलग छाप छोड़ रहे हैं।
संपत्ति और सामाजिक स्थिति
राजनीतिक और फिल्मी करियर के साथ-साथ निरहुआ की आर्थिक स्थिति भी मजबूत है। उनके पास करीब 9.4 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिसमें चल-अचल दोनों प्रकार की संपत्तियां शामिल हैं। उनके खिलाफ एक मामला दर्ज है, लेकिन इससे उनकी लोकप्रियता या राजनीतिक सक्रियता पर कोई असर नहीं पड़ा है।