भारत में सोमवार की रात एक खास खगोलीय घटना का समागम हुआ, जब चंद्र ग्रहण लग गया। भारतीय समयानुसार यह ग्रहण रात 9 बजकर 58 मिनट से शुरू हुआ और लोगों ने इसे धैर्य के साथ देखा। चंद्र ग्रहण की यह घटना एक अद्भुत प्राकृतिक दृश्य प्रस्तुत करती है, जो आकाश में चंद्रमा के हिस्से को अंधकारमय कर देती है।
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ग्रहण का समापन और अवधि
इस चंद्र ग्रहण का समापन भारतीय समयानुसार रात 1 बजकर 26 मिनट पर हुआ। इस प्रकार ग्रहण लगभग तीन घंटे 28 मिनट तक चला। इस दौरान चंद्रमा की चमक में कमी आई और इसकी पूरी सतह या कुछ हिस्से पर छाया पड़ गई। इस खगोलीय घटना को दूर-दराज के कई क्षेत्रों से भी देखा गया और खगोल विज्ञान में इसकी महत्ता बहुत अधिक है।
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सूतक काल की महत्ता और समय
चंद्र ग्रहण से पहले सूतक काल शुरू हो गया था, जो दोपहर 12 बजकर 58 मिनट से शुरू हुआ। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल को ग्रहण के प्रभावों से संबंधित कई कष्टों एवं अशुभताओं से बचाव के लिए माना जाता है। ग्रहण के दौरान कई लोग पूजा-अर्चना और धार्मिक कार्यों से परहेज करते हैं।
 
 
 







