केंद्र सरकार के 1.2 करोड़ से अधिक कर्मचारी और पेंशनभोगी इन दिनों 8वें वेतन आयोग की नियुक्ति और उसके टर्म्स ऑफ रेफरेंस (टीओआर) को लेकर बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। जनवरी 2025 में आयोग की घोषणा के बाद से अब तक न तो चेयरमैन की नियुक्ति हुई है, न ही टीओआर को अंतिम रूप दिया गया है, जिससे कर्मचारियों और पेंशनरों के बीच असमंजस और चिंता का माहौल है।
8th Pay Commission-आयोग गठन में देरी से बढ़ी बेचैनी
रेलवे सीनियर सिटीजन्स वेलफेयर सोसाइटी समेत कई कर्मचारी संगठनों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आयोग के गठन की प्रक्रिया में तेजी लाने की मांग की है। उनका कहना है कि 8वें वेतन आयोग की औपचारिक घोषणा से लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों में उम्मीद जगी थी, लेकिन अब तक कोई ठोस प्रगति न होने से निराशा बढ़ रही है। कर्मचारी यूनियनों ने भी सरकार को आगाह किया है कि अगर समय पर आयोग का गठन नहीं हुआ तो जनवरी 2026 से वेतन संशोधन लागू करने की समयसीमा भी खिसक सकती है।
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वेतन और पेंशन में कितनी बढ़ोतरी संभव?
8वें वेतन आयोग के तहत वेतन और पेंशन की गणना ‘फिटमेंट फैक्टर’ के आधार पर की जाएगी, जो मौजूदा बेसिक पे को एक निश्चित गुणक से बढ़ाता है। 7वें वेतन आयोग में यह फैक्टर 2.57 था, जिससे न्यूनतम बेसिक वेतन ₹7,000 से बढ़कर ₹18,000 हो गया था। चर्चाओं के अनुसार, 8वें आयोग में यह फैक्टर 2.5 से 2.86 के बीच रह सकता है, हालांकि कर्मचारी संगठन इसे 3.68 करने की मांग कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी का मौजूदा बेसिक वेतन ₹40,000 है और फिटमेंट फैक्टर 2.5 तय होता है, तो नया वेतन ₹1,00,000 तक पहुंच सकता है। इसी तरह, पेंशन में भी 20% से 35% तक बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है।
8th Pay Commission-भत्तों और अन्य सुविधाओं में भी बदलाव संभव
हर वेतन आयोग के साथ महंगाई भत्ता (DA) को बेसिक वेतन में मर्ज किया जाता है। मौजूदा समय में DA 50% के पार जा चुका है, जिससे उम्मीद है कि नए वेतन ढांचे के साथ इसे भी रीसेट किया जाएगा। इसके अलावा, हाउस रेंट अलाउंस (HRA), ट्रांसपोर्ट अलाउंस और अन्य भत्तों में भी संशोधन की संभावना है, जिससे कर्मचारियों की कुल आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
पेंशनरों को भी मिलेगा सीधा लाभ
8वें वेतन आयोग से करीब 65 लाख पेंशनभोगियों को भी सीधा फायदा होगा। पेंशन की गणना भी फिटमेंट फैक्टर के आधार पर की जाएगी, जिससे मासिक पेंशन में अच्छी-खासी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। उदाहरण के लिए, 2.57 के फैक्टर पर पेंशन ₹32,767 हो सकती है, जबकि 2.86 के फैक्टर पर यह ₹36,465 तक पहुंच सकती है।