Louvre Museum jewelry heist Paris 2025- पेरिस के प्रतिष्ठित लूवर म्यूजियम (Louvre Museum) में सोमवार को एक ऐसी घटना घटी जिसने पूरे यूरोप को हिलाकर रख दिया। यह वही म्यूजियम है जहां दुनिया की सबसे प्रसिद्ध कलाकृति मोना लिसा रखी गई है। लेकिन इस बार यह संग्रहालय चर्चा में आया एक बड़े चोरी के मामले को लेकर। पुलिस सूत्रों के अनुसार, तीन अज्ञात चोर दिन दहाड़े संग्रहालय में घुसे और केवल सात मिनट के भीतर अरबों रुपए मूल्य के दुर्लभ गहने चोरी करके फरार हो गए।
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कैमरों में कैद हुए चोर
सूत्रों के मुताबिक, चोरी दोपहर करीब 12:40 बजे के आसपास हुई जब म्यूजियम में सैकड़ों पर्यटक मौजूद थे। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि तीनों चोरों ने बेहद योजनाबद्ध तरीके से यह वारदात की। वे कर्मचारियों के पहनावे में आए और खुद को रिस्टोरेशन टीम का सदस्य बताकर अंदर घुस गए। चोरी की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में दर्ज हो चुकी है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे वे गहनों को अलमारी से निकालकर बैग में डालते हैं और फिर पीछे के दरवाजे से निकल जाते हैं।
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ऐतिहासिक कलेक्शन गायब
लूवर प्रशासन ने पुष्टि की है कि चोरी हुआ कलेक्शन “Royal Gems of France” नामक प्रदर्शनी का हिस्सा था, जिसमें 18वीं सदी के दुर्लभ हीरे, नीलम, और पन्ने जड़े आभूषण रखे गए थे। इन गहनों का अनुमानित मूल्य 250 मिलियन यूरो (करीब 2,250 करोड़ रुपये) बताया जा रहा है। इनमें से कई गहने कभी फ्रांस की महारानी मैरी एंटोइनेट के निजी संग्रह का हिस्सा रह चुके थे। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के रत्नों को बेच पाना लगभग असंभव है क्योंकि वे ऐतिहासिक रूप से पंजीकृत हैं।
टीम ने शुरू की जांच
पेरिस पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इंटरपोल और यूरोपीय जांच एजेंसियों की मदद मांगी है। फ्रांस के गृह मंत्री जेराल्ड डारमैनिन ने बयान जारी कर कहा कि “यह सिर्फ चोरी नहीं, बल्कि हमारे सांस्कृतिक इतिहास पर हमला है।” अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि चोरों ने म्यूजियम की सुरक्षा प्रणाली को पहले से हैक कर रखा था ताकि अलार्म न बजे। पुलिस ने घटना से जुड़े कई कर्मचारियों से पूछताछ भी शुरू कर दी है।






