पंजाब के अबोहर में कपड़ा व्यापारी संजय वर्मा की दिनदहाड़े हत्या के बाद पुलिस ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए दो शूटरों को एनकाउंटर में मार गिराया। इस एनकाउंटर के बाद पूरे इलाके में पुलिस की सख्ती और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की चर्चा है। वहीं, लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इस मुठभेड़ को फर्जी करार देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली है, जिससे मामला और भी सुर्खियों में आ गया है।
Panjab police encounter news-दिनदहाड़े व्यापारी की हत्या से फैली सनसनी
सोमवार की सुबह अबोहर के न्यू वेयर वेल शोरूम के मालिक संजय वर्मा को तीन बाइक सवार हमलावरों ने गोलियों से भून दिया था। इस वारदात के बाद पूरे शहर में दहशत फैल गई थी। हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया पर ली और धमकी दी कि उनके दुश्मनों को इसी तरह अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की पहचान की और उनकी तलाश शुरू कर दी।
मुठभेड़ में दो शूटर ढेर, एक पुलिसकर्मी घायल
Panjab police encounter news- मंगलवार को पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए पंजपीर टिब्बा इलाके में घेराबंदी की। पुलिस के अनुसार, हथियार बरामदगी के दौरान तीन अज्ञात हमलावरों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी, जिसमें सीनियर कांस्टेबल मनिंदर सिंह घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दो आरोपियों—राम रतन और जसप्रीत सिंह—को मार गिराया। पुलिस को मौके से हथियार और अन्य सुराग भी मिले हैं। मारे गए दोनों आरोपियों पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज थे।
बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया पर उठाए सवाल
एनकाउंटर के बाद बिश्नोई गैंग के सदस्य आरजू बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर मुठभेड़ को फर्जी बताया। गैंग का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों को जानबूझकर मार गिराया है और यह एक सुनियोजित कार्रवाई थी। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि मुठभेड़ पूरी तरह नियमों के तहत हुई और आरोपियों ने पहले फायरिंग की थी।
व्यापारी समुदाय में आक्रोश, पुलिस की सख्ती से राहत
संजय वर्मा की हत्या के बाद व्यापारी वर्ग और स्थानीय लोगों में आक्रोश था। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से लोगों में कुछ हद तक राहत है, लेकिन गैंगवार और रंगदारी की घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी है। पुलिस ने जांच जारी रखने और अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी तेज कर दी है।