हासन जिले के होलेनरसीपुरा में रेवन्ना परिवार के फार्महाउस में काम करने वाली 48 वर्षीय महिला के साथ 2021 में दो बार बलात्कार का मामला सामने आया। पहली घटना फार्महाउस पर हुई और दूसरी बेंगलुरु में रेवन्ना के आवास पर। यह मामला पूरे देश में चर्चा में रहा।
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वीडियो वायरल होने से खुला सच
यह दर्दनाक घटना अप्रैल 2024 में एक वीडियो के वायरल होने के बाद सार्वजनिक हुई, जब लोकसभा चुनाव का माहौल था। वीडियो सामने आने के बाद पीड़िता ने पुलिस को शिकायत दी। जांच में पता चला कि पुलिस जांच से बचाने के लिए पीड़िता का अपहरण कर उसे सहारा फार्महाउस में छुपाया गया था।
विशेष जांच टीम की कार्रवाई
कर्नाटक सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच टीम बनाई। डिजिटल सबूतों, डीएनए रिपोर्ट और गवाहों के आधार पर मामला अदालत में प्रस्तुत किया गया। अदालत ने 113 गवाहों के बयान और हजारों दस्तावेजों की पड़ताल की।
अदालत का कड़ा फैसला
2 अगस्त 2025 को विशेष अदालत ने प्रज्वल रेवन्ना को आजीवन कारावास की सजा सुनाई और ₹10 लाख का जुर्माना लगाया। पीड़िता को ₹7 लाख मुआवजा दिया जाने का आदेश भी हुआ। अदालत ने कहा कि आरोपी ने सत्ता का गलत फायदा उठाते हुए अमानवीय कृत्य किया।
आरोपी की प्रतिक्रिया और पार्टी की कार्रवाई
सुनवाई के दौरान प्रज्वल रेवन्ना ने अपनी बढ़ती राजनीतिक उपलब्धि को अपनी गलती बताया और निर्दोष होने का दावा किया। हालांकि अदालत ने सज़ा अपरिवर्तित रखी। वहीं, जेडीएस पार्टी ने उसे सदस्यता से तत्काल निलंबित कर दिया।
पूरे मामले का सामाजिक और राजनीतिक असर
यह घटना हासन और कर्नाटक की राजनीति में हलचल पैदा कर गई। सामाजिक संगठनों ने पीड़िता की बहादुरी की प्रशंसा की। साथ ही महिलाओं की सुरक्षा और सत्ता में बैठे लोगों की जवाबदेही पर चर्चा भी तेज हुई है।
 
 
 







