शुक्रवार को देश की दो बड़ी बिजली कंपनियों—अडानी पावर और टाटा पावर—ने अपनी पहली तिमाही के नतीजे जारी किए। ये नतीजे ऊर्जा क्षेत्र में निवेशकों की नजरों में रहे।
टाटा पावर का मुनाफा बढ़ा लेकिन शेयर में गिरावट
टाटा पावर ने इस तिमाही में 1,262.3 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 6.2% बढ़ा है। कंपनी की कुल आय 18,396.78 करोड़ रुपये रही। लाभ में बढ़ोतरी का मुख्य कारण उनकी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में हुई तेजी है। इसके बावजूद, शेयर बाजार में टाटा पावर के शेयर 2.11% गिरकर 389.30 रुपये पर बंद हुए, जो निवेशकों की सावध canv> अवस्था को दर्शाता है।
अडानी पावर के नतीजे निराशाजनक, शेयर मूल्य घटा
अडानी पावर ने इस तिमाही में 3,305.13 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 15.5% कम है। कंपनी का राजस्व भी 5.7% घटकर 14,109.15 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने बताया कि व्यापारिक टैरिफ में कमी और अधिग्रहण से बढ़ी लागत इसके मुख्य कारण हैं। शुक्रवार को अडानी पावर के शेयर 3.52% गिरकर 566.75 रुपये पर बंद हुए।
कंपनियों की निवेश योजनाएं और बाजार की प्रतिक्रिया
टाटा पावर ने सौर और पवन ऊर्जा में निवेश बढ़ाने की योजना बनाई है। वहीं, अडानी पावर ने अपने शेयरों को 1:5 के अनुपात में विभाजित (स्टॉक स्प्लिट) करने का निर्णय लिया है ताकि छोटी मात्रा में खरीदारी आसान हो सके। ये कदम दोनों कंपनियों की बाजार स्थिति मजबूत करने की कोशिश हैं।
ऊर्जा क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा और चुनौतियां
ऊर्जा क्षेत्र में मांग बढ़ने और नवीकरणीय ऊर्जा को प्राथमिकता देने के कदमों के बीच दोनों कंपनियों को व्यावसायिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। टाटा पावर की बढ़ती लाभप्रदता के बावजूद राजस्व की धीमी वृद्धि और अडानी पावर की लागत बढ़ोतरी बाजार पर असर डाल रही हैं।