होम नेशनल न्यूज मध्य प्रदेश लोकल न्यूज टेक्नोलॉजी बिजनेस मनोरंजन वीडियो न्यूज अन्य
Latest news

---Advertisement---

Uttarakhand cloudburst rescue updates-चमोली में बादल फटा SDRF की टीम राहत कार्य में जुटी

By: विकाश विश्वकर्मा

On: Tuesday, July 8, 2025 5:50 PM

SDRF team conducting rescue operations after cloudburst in Chamoli, Uttarakhand, July 2025
Google News
Follow Us
---Advertisement---

उत्तराखंड के चमोली जिले में मंगलवार की सुबह अचानक बादल फटने की घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। पहाड़ों की शांत वादियों में अचानक तेज गर्जना के साथ भारी बारिश शुरू हो गई। कुछ ही मिनटों में नालों का जलस्तर बढ़ गया और कई जगहों पर पानी घरों और खेतों में घुस गया। स्थानीय लोग इस अप्रत्याशित आपदा से घबरा गए, लेकिन जल्द ही प्रशासन की सक्रियता ने राहत पहुंचाई।

SDRF की त्वरित कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही SDRF की टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया। टीम ने सबसे पहले प्रभावित इलाकों का जायजा लिया और फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। SDRF के जवानों ने जोखिम उठाते हुए कई परिवारों को बाहर निकाला और प्राथमिक चिकित्सा भी उपलब्ध कराई। राहत कार्यों में स्थानीय लोग भी SDRF के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जुटे रहे।

सावन में कांवड़ यात्रा  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकारों ने कसी कमर 

प्रशासन की सतर्कता और सहायता

जिला प्रशासन ने राहत शिविरों की व्यवस्था की और प्रभावित लोगों के लिए भोजन, पानी व आवश्यक दवाइयों का प्रबंध किया। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का आकलन शुरू किया और आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय किया। प्रशासन ने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

RSSव PM मोदी पर कार्टून बनाने वाले आरोपी को MP हाईकोर्ट ने नहीं दि जमानत रहेंगे जेल में

मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विभाग पहले ही उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश की संभावना जता चुका था। चमोली में बादल फटने की घटना के बाद विभाग ने अगली कुछ घंटों तक सतर्क रहने की सलाह दी है। पहाड़ों में मानसून के दौरान ऐसे हादसे आम होते जा रहे हैं, जिससे प्रशासन और स्थानीय लोगों को हमेशा सतर्क रहना जरूरी है।

राहत और बचाव में चुनौतियाँ

चमोली जैसे दुर्गम इलाकों में राहत कार्य आसान नहीं होते। संकरी सड़कों, लगातार बारिश और भूस्खलन की आशंका के बीच SDRF और प्रशासन को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद टीमों ने साहस और समर्पण के साथ राहत कार्यों को अंजाम दिया।

स्थानीय लोगों की जिजीविषा

आपदा के समय चमोली के लोगों ने भी हिम्मत नहीं हारी। गांव के युवाओं ने SDRF के साथ मिलकर बचाव कार्यों में मदद की। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी एक-दूसरे का हौसला बढ़ाते नजर आए। पहाड़ के लोगों की यही जिजीविषा हर आपदा में उन्हें मजबूती देती है।

जरूरी है भविष्य की तैयारी

हर साल उत्तराखंड के पहाड़ों में बादल फटने, भूस्खलन और बाढ़ जैसी घटनाएं सामने आती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, जलवायु परिवर्तन और अनियंत्रित विकास इन आपदाओं की तीव्रता बढ़ा रहे हैं। ऐसे में आपदा प्रबंधन तंत्र को और मजबूत करना, स्थानीय लोगों को जागरूक करना और सतत विकास की नीति अपनाना समय की मांग है।

पहाड़ों की पुकार

चमोली की यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि पहाड़ों में हर आपदा न सिर्फ स्थानीय, बल्कि राष्ट्रीय चिंता का विषय है। प्रशासन, आपदा प्रबंधन एजेंसियों और आम लोगों को मिलकर ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहना होगा।

विकाश विश्वकर्मा

नमस्कार! मैं विकाश विश्वकर्मा हूँ, एक फ्रीलांस लेखक और ब्लॉगर। मेरी रुचि विभिन्न विषयों पर लिखने में है, जैसे कि प्रौद्योगिकी, यात्रा, और जीवनशैली। मैं अपने पाठकों को आकर्षक और जानकारीपूर्ण सामग्री प्रदान करने का प्रयास करता हूँ। मेरे लेखन में अनुभव और ज्ञान का मिश्रण होता है, जो पाठकों को नई दृष्टि और विचार प्रदान करता है। मुझे उम्मीद है कि मेरी सामग्री आपके लिए उपयोगी और रोचक होगी।
For Feedback - Feedback@shopingwoping.com.com

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Leave a Comment