पूर्णिया की रुकमणी कुमारी के परिवार में सनसनी फैल गई जब उन्हें व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से यह बताया गया कि उनके सऊदी अरब में रह रहे भाई को गिरफ्तार किया जाएगा। कॉल करने वाले ने खुद को अधिकारी बताया और धमकी दी कि अगर तुरंत मदद नहीं की गई तो उनका भाई मुसीबत में फंस जाएगा।
National breaking news live today India- 17000 करोड़ रुपए की घोटाले में अनिल अंबानी को ED का बुलावा
क्यूआर कोड स्कैन कर 94,500 रुपये की ठगी
डर के मारे रुकमणी ने भेजे गए क्यूआर कोड को स्कैन किया और 94,500 रुपये अपने खाते से ट्रांसफर कर दिए। डिजिटल भुगतान के इस बढ़ते चलन का फायदा ठग उठा रहे हैं, जो क्यूआर कोड के जरिये लोगों को आसानी से ठग लेते हैं।
पुलिस और साइबर सेल की सक्रियता
रुकमणी ने तुरंत पुलिस को लिखित शिकायत दी। पुलिस और साइबर सेल मामले की जांच में जुट गए हैं और तकनीकी सहायता से अपराधियों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
साइबर ठगी के बढ़ते मामले और सावधानियां
देश में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। खासकर विदेश से आने वाले अनजान कॉल्स पर सावधानी बरतना जरूरी है, ताकि बैंकिंग और निजी सूचनाओं का गलत इस्तेमाल न हो।
क्यूआर कोड स्कैम की नई चालाकियां
ठग अब क्यूआर कोड के जरिए नई-नई तरकीबें अपना रहे हैं। दुकानों या ऑनलाइन जगहों पर असली कोड के ऊपर फर्जी कोड चिपकाकर लोग पैसे हड़प लेते हैं या निजी जानकारी चुराते हैं।
डिजिटल सुरक्षा और जागरूकता जरूरी
सरकार और साइबर सेल ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है कि किसी भी अनजान कॉल या लिंक पर बैंकिंग डिटेल्स साझा न करें। किसी भी संदिग्ध स्थिति में तुरंत पुलिस या साइबर सेल से संपर्क करें।
लोगों से अपील: सतर्क रहना ही सुरक्षा है
रुकमणी कुमारी की सतर्कता और पुलिस को समय पर सूचना देने का उदाहरण सभी के लिए सीख है। डिजिटल दुनिया में सतर्कता और जागरूकता ही ठगी से बचने का सबसे बड़ा हथियार है।