karwa chauth special suit with dupatta-करवा चौथ के मौके पर पारंपरिक लेकिन हल्के और आरामदेह परिधानों की मांग बढ़ती है, बाजार में इस बार सूट विद दुपट्टा की पकड़ मजबूत दिख रही है, डिजाइनर कलेक्शन और रिटेल स्टोर्स पर त्योहारी रेंज में अनारकली, स्ट्रेट कट, शरारा और पलाज़ो सेट प्रमुख रूप से दिखाई दे रहे हैं, यह रुझान उपयोगिता और सौम्यता के संगम पर खड़ा है, जिसमें दिन भर के व्रत और शाम की पूजा दोनों के लिए एक ही परिधान सुलभ विकल्प बनता है यहाँ हम आपको ऐसे ही कुछ बेहतर ड्रेस के विषय में बताने जा रहे हैं जो की आपकी खूबसूरती में चार चाँद लगा देंगे
रंग जो नज़र थाम लें
करवा चौथ की पारंपरिक पहचान लाल, मरून और सिंदूरी शेड्स से जुड़ी मानी जाती है, इस बार पेस्टल पिंक, मेहंदी ग्रीन, पीच और लाइलैक जैसे सौम्य रंग भी खूब पसंद किए जा रहे हैं, शाम की रोशनी में रस्ट, वाइन और चॉकलेट ह्यूज़ भी खिले हुए दिखते हैं, विशेषज्ञ बताते हैं कि त्वचा टोन और लोकेशन के हिसाब से रंग चुनने पर तस्वीरों में लुक अधिक संतुलित और निखरा हुआ दिखता है

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कपड़ों की किस्में जो टिकें और खिलें
त्योहारी मौसम में ऐसा फैब्रिक पसंद किया जा रहा है जो हवा पार करे, हल्का हो और फोटोजेनिक भी दिखे, चंदेरी, ऑर्गेंजा, बनारसी सिल्क ब्लेंड, कॉटन सिल्क और जॉर्जेट सबसे विश्वसनीय विकल्प माने जा रहे हैं, दिन के समय ऑर्गेंजा और कॉटन सिल्क का मैट शीन अच्छा लगता है, जबकि शाम की पूजा में बनारसी या चंदेरी का सौम्य चमकदार स्पर्श सहज गरिमा देता है

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कट और सिल्हूट का संतुलन
जिन्हें गरिमामय और क्लासिक अंदाज चाहिए उनके लिए ए-लाइन और अनारकली सुरक्षित चुनाव हैं, आराम और मूवमेंट के लिए स्ट्रेट कट कुर्ता विद पलाज़ो संतुलित लगता है, फैशन में शरारा सेट फिर से मुख्यधारा में हैं, परंतु लंबाई और घेर ऐसा रखें कि चलते समय बाधा न हो, काफ्तान स्टाइल कुर्ता भी फेस्टिव ड्रेसिंग में जगह बना रहा है, हल्की बेल्टिंग से स्ट्रक्चर और फॉल सुधरता है

दुपट्टा है लुक का केंद्र
करवा चौथ के सूट के साथ दुपट्टा ही असली फोकल प्वाइंट बनता है, बनारसी या कढ़ाईदार दुपट्टा साधारण कुर्ते को भी पर्व का रूप दे देता है, चौड़ा बॉर्डर, सूक्ष्म बूटा और हल्की जरी किनारी कैमरे में सुंदर फ्रेम बनाती है, यदि कुर्ता भारी कढ़ाई वाला हो तो सॉलिड शेड का हल्का दुपट्टा लें, और यदि कुर्ता सादा हो तो डिजिटल प्रिंट या बनारसी जांगला पैटर्न शानदार असर डालते हैं

कढ़ाई और शिल्प का प्रभाव
गोटा पट्टी, जरी, ज़रदोज़ी और रेशम धागे की सूक्ष्म कढ़ाई इस मौसम में सबसे भरोसेमंद सजावट है, छोटे मोटिफ, अंगूर बेल, बुटी और पेस्ली पैटर्न पारंपरिक सौंदर्य को संजोते हैं, हैंडलूम और कारीगरों के काम को प्राथमिकता देने पर परिधान में अलग पहचान आती है, हल्की कढ़ाई दिन भर आराम देती है और शाम की रोशनी में बिना अतिशयोक्ति के चमक का आभास भी कराती है

आराम, फिट और सांस लेने वाला डिजाइन
पूरे दिन के व्रत के दौरान आराम को प्राथमिकता देना आवश्यक है, लाइनिंग को मुलायम और त्वचा मित्र रखें, आर्महोल और कमर के आसपास फिट ऐसा हो कि बैठने उठने में खिंचाव महसूस न हो, हल्के वजन का दुपट्टा कलाई या कंधे पर आसानी से टिक जाए तो चलना और पूजा दोनों सुगम रहते हैं, जेब वाले कुर्ते या पलाज़ो छोटी आवश्यकताओं के लिए व्यावहारिक साबित होते हैं
कीमत और उपलब्धता की तस्वीर
फेस्टिव रेंज में अच्छी क्वालिटी के सूट सेट कॉटन सिल्क और जॉर्जेट में सामान्यतः किफायती से मध्यम बजट तक उपलब्ध हैं, सरल प्रिंटेड सेट प्रायः किफायती श्रेणी में मिल जाते हैं, बनारसी बॉर्डर या सूक्ष्म हैंडवर्क जुड़ने पर कीमत बढ़ती है, रिटेल स्टोर्स और विश्वसनीय ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर साइज विकल्प और रिटर्न पॉलिसी देखकर खरीदना समझदारी है, ऑफर्स के समय कॉम्बो सेट का मूल्य बेहतर पड़ता है
स्टाइलिंग जो पूजा संग सामंजस्य रखे
मांगटीका, छोटे झुमके या स्टड, पतली चूड़ियां और मिनिमल चोकर सूट विद दुपट्टा के साथ सबसे संतुलित दिखते हैं, फुटवियर में ब्लॉक हील या कोल्हापुरी सबसे सुरक्षित रहते हैं, मेकअप में डेवी बेस, न्यूट्रल आईशैडो और सिंदूरी लिप शेड की जोड़ी तस्वीरों के लिए भरोसेमंद है, हेयरस्टाइल में लो बन या सॉफ्ट कर्ल्स दुपट्टे की ड्रेपिंग से मेल खाते हैं और लंबे समय तक व्यवस्थित रहते हैं
फोटोजेनिक ड्रेप और लाइटिंग की समझ
दुपट्टा अगर वन साइड पल्लू के रूप में पिन कर दिया जाए तो सिल्हूट साफ दिखता है, थ्री क्वार्टर ड्रेप से हाथों की मेहंदी और कंगनों पर फोकस आता है, गोल्डन ऑवर यानी सूरज ढलने के पहले की रोशनी में पेस्टल और गर्म टोन्स दोनों सुंदर दिखते हैं, घर के अंदर पीली रोशनी में लाल और मरून को बैलेंस करने के लिए हल्का मैट मेकअप बेहतर रहता है
देखभाल और टिकाऊपन पर ध्यान
पहली बार पहनने से पहले परिधान की सिलाई, हेम और हुक की जाँच कर लेना लाभदायक रहता है, कढ़ाईदार कपड़े को हमेशा अंदर की ओर मोड़कर रखें, हल्के डिटर्जेंट से हैंड वॉश या ड्राई क्लीन की सलाह दी जाती है, दुपट्टे की कढ़ाई पर अलग से बटर पेपर रखकर स्टोर करने से धागे और जरी सुरक्षित रहते हैं, सही देखभाल से फेस्टिव सूट कई मौसमों तक नई चमक बनाए रखता है
जिम्मेदार खरीद और स्थानीय शिल्प का सम्मान
करवा चौथ जैसे अवसर पर स्थानीय बुनकरों और कारीगरों से खरीद करने पर पारंपरिक शिल्प को सहारा मिलता है, हैंडलूम चंदेरी, महेश्वरी और बनारसी ब्लेंड जैसे विकल्प सौंदर्य के साथ सांस्कृतिक मूल्य भी जोड़ते हैं, पारदर्शी बिल, असली फैब्रिक टैग और सही केयर लेबल देखना उपभोक्ता के हक में है, जिम्मेदार खरीद से त्योहार की खुशी के साथ टिकाऊ फैशन की दिशा भी मजबूत होती है
 
 
 







